अपने जिस्म को इतना न सँवारो
यह तो मिट्टी में ही मिल जाना है
सँवारना है तो अपनी आत्मा को सँवारो
क्योंकि उस आत्मा को ही महाकाल के पास जाना है
🙏🙏🙏🙏जय महाकाल🙏🙏🙏🙏
तेरे दरबार में आकर,
ख़ुशी से फूल जाता हूँ|
गम चाहे कैसा भी हो,
मै आकर भूल जाता हूँ|
बताने बात जो आऊ,
वही मै भूल जाता हूँ|
ख़ुशी इतनी मिलती है कि,
मांगना भूल जाता हूँ||
🙏🙏हर…