बेवजह ही दौड़े जा रहे हो धूप में तुम, छांव तो कुछ पल इंतज़ार करके आ ही जायेगी।
बेवजह ही डूबे जा रहे हो दूसरों की फिक्र में तुम, उनकी जिंदगी में बहार तो आ ही जायेगी। ....
खुद पर…
Propose Her With This. :-)
कहीं दूर से देखती निगाहें , और दीवार के सहारे टिकी तुम्हारी बाहें .
झरोखे से झाँकती सी तुम , और तुम्हारी गुलाबी सी अदाएं ,
यही सब तो हैं जो किसी को भी…
रुला कर साल भर उसको , एक दिन मोहब्बत दिखा भी दी तो क्या।
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आंसू पोंछ कर उसके मांग लेंगे माफी अपनी साल भर की बेवफाई के लिए ,…