रहने दे मुझे इन अंधेरों में ग़ालिब – Hindi Shayari

0 1,281

रहने दे मुझे इन अंधेरों में ग़ालिब,
कमबख़्त रौशनी में अपनो के असली चहरे नज़र आ जाते है !!😢

Hindi Shayari

Leave A Reply

Your email address will not be published.

Download Image

Donalod Image
 Please wait while your url is generating... 3