Hindi ShayariHindi Dard Shayari जिस राह पर हर बार मुझे कोई अपना छलता रहा – Hindi Shayari By Shayari Diary Last updated Sep 19, 2024 0 1,181 Share जिस राह पर हर बार मुझे कोई अपना छलता रहा फिर भी ना जाने क्यूँ मै उसी राह पर चलता रहा सोचा बहुत इस बार रोसनी नहीं धुआँ दूंगा लेकिन चिराग था फितरत से जलता रहा….जलता रहा Hindi Dard ShayariHindi Shayari 0 1,181 Share FacebookTwitterWhatsAppGoogle+ReddItPinterestTumblrTelegramFacebook MessengerPrint